नई दिल्ली: Rajasthan News, लिथियम का सबसे बड़ा भंडार 21 मिलियन टन है जो बोलिविया में है। इसके पास अर्जेंटीना, चिली, अमेरिका में भी भंडार है। चीन के पास लगभग 5.1 मिलियन टन लिथियम का भंडार है।
Govtnews Webteam: आपको बता दें कि इसी साल फरवरी में जम्मू-कश्मीर में 59 लाख टन लिथियम के भंडार का पता चला था।
लिथियम का अब तक का खजाना
भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (GSI) को राजस्थान के नागौर जिले के डेगाना में लिथियम का अब तक का सबसे बड़ा खजाना मिला है. जिससे लीथियम को लेकर भारत की चीन पर निर्भरता खत्म हो जाएगी।
अभी तक यह चीन से आ रहा है
भारत कुल लिथियम का 53.76 फीसदी चीन से खरीदता है। लेकिन राजस्थान में मिले इस सफेद सोने के खजाने के बाद यह निर्भरता खत्म हो सकती है.
भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण की खोज
जानकारी के मुताबिक भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण राजस्थान के नागौर के डेगाना के इस इलाके में टंगस्टन की खोज के लिए गया था. जो कि ब्रिटिश भारत के दौरान इस क्षेत्र में बहुत पाया जाता था, लेकिन तलाशी के दौरान लीथियम का यह खजाना मिला।
लिथियम क्यों खास है
लिथियम दुनिया में अब तक ज्ञात सबसे नर्म और हल्की धातु है। जिसे चाकू से भी आसानी से काटा जा सकता है। इतना ही नहीं, लिथियम रासायनिक ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करता है।
इसलिए आज आपके आसपास हर इलेक्ट्रॉनिक गैजेट में इसका इस्तेमाल हो रहा है।
सफेद सोना लिथियम है
लिथियम आजकल इलेक्ट्रॉनिक सामान और बैटरी पर चलने वाली हर चीज के लिए आवश्यक है। जिसकी डिमांड दुनिया में बढ़ती जा रही है।
यही वजह है कि एक टन लीथियम की कीमत करीब 57.36 लाख रुपए बताई जाती है।