नई दिल्ली: Mughal Harem Untold Secrets, अकबर का उल्लेख उसके समकालीन अब्दुल कादिर बदायुनी की पुस्तक में मिलता है। इसमें मुगल बादशाह अकबर की फिजूलखर्ची का भी जिक्र है। आइए जानते हैं अकबर की इन अनसुनी कहानियों के बारे में।
Govtnews24: Akbar Dark Secrets: मुगल हरम के काले रहस्य मुगल बादशाह अकबर की जब भी बात होती है तो ज्यादातर उसकी महानता, बुद्धिमत्ता कौशल, सैन्य क्षमता, राजनीति और आर्थिक समृद्धि के बारे में ही बताया जाता है। लेकिन इन सबके बीच अकबर की फिजूलखर्ची की कहानी छिपी रहती है।
Dark Secrets Of Mughal Harem: ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि अकबर के हरम में करीब 5 हजार औरतें थीं। वह उन्हें कैसे चुनते थे इसका भी इतिहास की किताब में जिक्र है। तब यह कानून था कि यदि कोई स्त्री राजा को पसंद करती है, तो उसके विवाह के बाद उसके पति को बिना प्रतिशोध के अपनी पत्नी को तलाक देना पड़ता था। अकबर के समकालीन अब्दुल कादिर बदायुनी की किताब मुंतखब-उत-तवारीख में भी अकबर के अय्याशी से जुड़े किस्सों का जिक्र है।
मुगल हरम में महिलाओं को कैसे शामिल किया गया?
अब्दुल कादिर बदायुनी ने अपनी पुस्तक मुंतखब-उत-तवारीख में लिखा है कि मुगल बादशाह अकबर के हरम में लगभग 5 हजार स्त्रियां थीं। यह उनकी 300 पत्नियों और रखेलियों से अलग था। हालाँकि, जहाँगीरनामा में अकबर की केवल 35 पत्नियों का उल्लेख है।
मालूम हो कि मुगल बादशाहों का मुगल हरम लोगों के बीच हमेशा कौतूहल का विषय रहा है। यह जानना भी दिलचस्प है कि अकबर ने कैसे हजारों महिलाओं को अपने हरम में शामिल किया। इससे जुड़ा एक किस्सा अब्दुल कादिर बदायुनी की किताब में भी है।
विरोध से बचने के लिए निकला ये आइडिया!
कहा जाता है कि एक बार अकबर मथुरा के निकट के जंगलों में शिकार का आनंद ले रहा था। तभी उसे खबर मिली कि दिल्ली में कुछ लोगों ने उत्पात मचा रखा है। तब अकबर को इससे निपटने के लिए दिल्ली की यात्रा करनी पड़ी। हालांकि, बीच में उन्होंने कुछ दिन आगरा में भी बिताए।
इसी दौरान अकबर को यह विचार आया कि वह निकाह के जरिए आगरा और दिल्ली के रईसों को अपने साथ मिला सकता है। उन्होंने यह विचार अपने सरदार के सामने भी रखा, जिन्हें भी यह पसंद आया।
जब अकबर के आदेश ने अमीरों पर कहर बरपाया
इसके बाद मुगल बादशाह अकबर ने अपने गार्ड्स को बुलाया, जिसमें ट्रांसजेंडर भी शामिल थे। उनसे कहा कि वे नगर के रईसों के हरम में जाकर उनकी पुत्रियां चुन लें। देखें कि मेरे शाही हरम में कौन रहने के लायक है।
इसके अतिरिक्त राजा ने स्वयं भी अनेक कन्याओं के पिताओं को सन्देश भेजा। कहा जाता है कि अकबर के इस फरमान से नगर आतंकित हो गया था। यह खबर रईसों के लिए एक बुरे सपने की तरह थी, लेकिन कोई सम्राट का विरोध कैसे कर सकता था।
विवाहिता पर अकबर की बुरी नजर!
इसी बीच एक दिन अकबर जब मॉर्निंग वॉक से लौट रहे थे तो उनकी नजर आगरा में रहने वाले सरदार शेख बादाह की बहू पर पड़ी। वह बड़ी रूपवती थी। अकबर ने उसे देखकर निश्चय किया कि वह उससे विवाह करेगा। तब अकबर ने शेख बदाह को अपनी बहू के विवाह का सन्देश भिजवाया।
यह जानकर शेख और उसका बेटा चौंक गए। लेकिन फिर शेख के बेटे को मजबूरी में अपनी पत्नी को तलाक देना पड़ा। कहा जाता है कि उसके बाद महिला की शादी अकबर से हो गई और उसे मुगल हरम में शामिल कर लिया गया। लेकिन बाद में उनका कहीं भी जिक्र नहीं आया। वह कहीं खो गई।