Donkey Milk, ज्यादातर दूध का इस्तेमाल खानपान में किया जाता है क्योंकि दूध में पोषक तत्व और प्रोटीन होते हैं। आज इस आर्टिकल के जरिए आपको बता रहे हैं कि गधी का दूध बहुत महंगा है क्योंकि एक यूजर ने कमेंट कर कहा कि गधी का दूध इतना महंगा है. आइए जानते हैं महंगा होने की वजह।
Govtnews24 Webteam: नॉलेज डेस्क: लोग खाने में दूध का इस्तेमाल करते हैं। दूध कई पोषक तत्वों की आपूर्ति करता है। हालांकि शहरों में दूध की उपलब्धता प्राय: कम होती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि गधी का दूध बहुत महंगा होता है।
इसके क्या कारण हैं, आइए इसे समझते हैं और यह भी समझते हैं कि इसकी उपलब्धता कहां ज्यादा है। जानकारों की मानें तो यह दूध दूसरे जानवरों के दूध से बेहतर होता है।
दरअसल, गधी के दूध का इस्तेमाल दवा और सौंदर्य प्रसाधन बनाने में ज्यादा होता है। गधी के दूध में कोशिकाओं को ठीक करने और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का भी गुण होता है।
आयुर्वेद में भी गधी के दूध को चर्म रोगों के लिए बेहतर बताया गया है। गधी का दूध प्राकृतिक मॉइश्चराइजर का काम करता है और त्वचा में चमक लाता है। यह एंटी एजिंग के प्रभाव को कम करता है।
इतना ही नहीं गधी का दूध प्रोटीन का भी अच्छा स्रोत है। इस दूध के बारे में एक मजेदार कहानी है कि मिस्र की रानी क्लियोपेट्रा इससे नहाती थी।
इनकी गिनती दुनिया की सबसे खूबसूरत महिलाओं में की जाती है। वह अपनी सुंदरता बनाए रखने के लिए गधी के दूध से नहाती थी। हालांकि हमारे पास इस बात की पुष्टि नहीं है, लेकिन यह जरूर साबित होता है कि गधी का दूध त्वचा के लिए लाजवाब होता है।
इसके अलावा इसकी उपलब्धता बहुत कम है। एक रिपोर्ट के मुताबिक स्थानीय बाजार में गाय, भैंस, भेड़ या बकरी के दूध की तरह गधी के दूध का कारोबार नहीं होता है.
भारत में हलारी नस्ल के गधों की मांग गुजरात में बढ़ रही है, लेकिन एक शोध के मुताबिक भारत में गधों की नस्ल पर काम चल रहा है. गधी के दूध का कारोबार भारत में उस तरह से नहीं है जिस तरह यूरोप और अमेरिका में शुरू हुआ है।
गधी एक दिन में ज्यादा दूध नहीं देती है। एक गधी एक दिन में अधिकतम आधा किलो दूध देती है। वहीं विदेशों की बात करें तो वहां भारतीय करेंसी के हिसाब से यह 5000 रुपये के आसपास बिकती है। यही कारण हैं कि यह इतना महंगा है।
इसके बावजूद गधी के दूध पर किए गए शोध में संयुक्त राष्ट्र खाद्य एवं कृषि संगठन ने एक बार बताया था कि दुनिया में कई ऐसे जानवर हैं जिनके दूध को कम आंका गया है।
इसमें गधी और घोड़ी का दूध भी शामिल है। इस रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि गधी के दूध में ऐसे प्रोटीन पाए जाते हैं जो उन लोगों के लिए फायदेमंद होते हैं जिन्हें गाय या भैंस के दूध से एलर्जी होती है।