चंडीगढ़: Sarso ki Khareed: हरियाणा के सरसों किसानों के लिए खुशखबरी, इन 6 जिलों में होगी सरसों की खरीद, देखें ऑर्डर 11 और 12 मई को भिवानी, चरखी दादरी, महेंद्रगढ़, भिवानी, नूंह और रेवाड़ी में सरसों की खरीद की जाएगी। हैफेड की ओर से एक सर्कुलर जारी किया गया है, जिसमें एमएसपी पर सरसों खरीदने को कहा गया है.
Govtnews24: Haryana News: हरियाणा सरकार ने एक बार फिर 11 मई से दो दिवसीय भिवानी सहित राज्य के छह जिलों में न्यूनतम समर्थन मूल्य 5450 रुपये पर सरसों की खरीद शुरू कर दी है. इसको लेकर प्रदेश के किसानों में खासा उत्साह है. अपनी स्टॉक की हुई सरसों की फसल को वापस मंडियों में ला रहे हैं।
इन जिलों में फिर से खरीद शुरू हो गई है
बताया जा रहा है कि भिवानी के अलावा चरखी दादरी, झज्जर, महेंद्र, रेवाड़ी और नूंह जिलों में आज सरसों की खरीद फिर से शुरू की गई. राज्य सरकार के निर्देश पर हैफेड के प्रबंध निदेशक ने इन छह जिलों में दो दिनों तक सरसों की खरीद फिर से शुरू करने का आदेश दिया है. सरसों की खरीद के लिए ई-उपार्जन पोर्टल दो दिन 11 व 12 मई को फिर से खोल दिया गया है।
जिले में 10 लाख क्विंटल सरसों की खरीद हो चुकी है
उल्लेखनीय है कि भिवानी जिले में हैफेड ने अब तक 10 लाख क्विंटल से अधिक मूल्य की सरसों की खरीद की है. लेकिन अभी भी दाम बढ़ने की उम्मीद से किसान सरसों की फसल का स्टॉक बड़े पैमाने पर रख रहे हैं। भिवानी जिले में इस बार तीन लाख एकड़ से अधिक जमीन में सरसों की बोवनी हुई है। बाजार भाव 4300 से 5 हजार के बीच ही उपलब्ध है।
अब पोर्टल खुलने के बाद किसानों को फिर से अपनी सरसों की फसल न्यूनतम समर्थन मूल्य 5450 रुपये पर बेचने का मौका मिलेगा. भिवानी के मंडी पर्यवेक्षक योगेश शर्मा ने बताया कि भिवानी जिले में अभी चार हजार 306 किसानों की 15 हजार 457 क्विंटल सरसों की खरीद होनी बाकी है. इसके लिए राज्य सरकार के आदेश पर 11 व 12 मई को पुन: गेट पास पर्ची बनवाई जा रही है और किसानों को सरसों खरीदने के लिए सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक पर्ची काट कर दी जा रही है.
भिवानी अनाज मंडी में सरसों लेकर पहुंचे किसान रमेश, अमित, सोमबीर, कुलदीप व नरेंद्र ने बताया कि पिछले साल सरसों की फसल का भाव अच्छा मिलने के कारण स्टॉक कर लिया था, लेकिन बाजार भाव पांच हजार से नीचे चल रहा है. जबकि सरकार सरसों की खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य 5450 रुपए पर कर रही है। ऐसे में वे आज अपना स्टॉक सरसों लेकर मंडी पहुंचे हैं, ताकि उन्हें सरसों का वाजिब दाम मिल सके।
किसानों ने बताया कि मंडी में उन्हें न्यूनतम समर्थन मूल्य पर अपनी सरसों खरीदने का मौका मिला है. उनके लिए यह खुशी की बात है। इससे वह अपनी अगली कपास और बाजरा बो सकेंगे। किसानों ने राज्य सरकार से 11 और 12 मई के अलावा एक सप्ताह के लिए सरसों की खरीद शुरू करने की भी अपील की, ताकि सभी किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर सरसों बेचने का मौका मिल सके.