Paddy Nursery: किसान ऐसे तैयार करें धान की नर्सरी, नहीं होगी फसलों में बीमारी, मिलेगी बंपर उपज

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Paddy Nursery, धान की नर्सरी तैयार करने के लिए हमेशा प्रमाणित बीजों का ही प्रयोग करें। इससे उपज में वृद्धि होती है। इसी तरह उत्तर प्रदेश, बिहार और हरियाणा समेत कई राज्यों में राज्य सरकारें किसानों को बंपर सब्सिडी पर धान का प्रमाणित बीज दे रही हैं।

Paddy Nursery

Govtnews24 Webteam:  अगले महीने के पहले हफ्ते में मानसून आ जाएगा। इसके बाद बिहार, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, झारखंड, पंजाब और हरियाणा सहित लगभग पूरे देश के किसान धान की खेती की तैयारी शुरू कर देंगे।

Farmer Scheme; लेकिन धान की बुआई शुरू करने से पहले किसानों को कुछ जरूरी बातों पर ध्यान देना चाहिए। इससे धान की बर्बादी कम होगी और बंपर पैदावार होगी।

Farmer News: धान की नर्सरी तैयार करने के लिए हमेशा प्रमाणित बीजों का ही प्रयोग करें। इससे उपज में वृद्धि होती है। इसी तरह उत्तर प्रदेश, बिहार और हरियाणा समेत कई राज्यों में राज्य सरकारें किसानों को बंपर सब्सिडी पर धान का प्रमाणित बीज दे रही हैं।

Agriculture Scheme: इन राज्यों के किसानों को आसानी से प्रमाणित बीज मिल जाएगा। यदि किसान भाई इन प्रमाणित बीजों को शुद्ध करके बोयें तो फसल में कई प्रकार के रोग नहीं लगते हैं। यानी शुद्ध बीज से तैयार धान की फसल में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।

बीज उपचार में मात्र 20 से 30 रुपए का खर्च आएगा।

खास बात यह है कि बीजों के शुद्धिकरण की प्रक्रिया महंगी नहीं है। किसान भाई घर पर ही बीजों का शुद्धिकरण कर सकते हैं। एक हेक्टेयर में धान के बीज के उपचार पर मात्र 20 से 30 रुपये खर्च आएगा।

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इसके लिए किसान भाई 25 किलो धान के बीज को 75 ग्राम थीरम और 4 ग्राम स्ट्रेप्टोसाइक्लिन मिलाकर शुद्ध कर सकते हैं। इससे इन बीजों से तैयार धान की फसल को रोग नहीं लगेंगे।

ऐसे करें कीटनाशक का छिड़काव

वहीं धान की नर्सरी तैयार करते समय कीट-पतंगों का भी खतरा बना रहता है। अतः नर्सरी को कीटों के प्रकोप से बचाने के लिए 1.25 लीटर क्लोरोसाइपर या 250 मिली इमिडाक्लोप्रिड पानी में मिलाकर एक हेक्टेयर में खेत में छिड़काव किया जा सकता है।

इससे कीड़ों के हमले को रोका जा सकेगा। यदि किसान भाई अपनी धान की नर्सरी को खैरा रोग से बचाना चाहते हैं तो 400 ग्राम जिंक सल्फेट 1.6 किलो यूरिया 60 लीटर पानी में मिलाकर मिश्रण तैयार कर लें।

इसके बाद इसे नर्सरी में छिड़क दें। इससे खैरा रोग का खतरा बहुत कम हो जाता है। साथ ही कम समय में धान की अच्छी नर्सरी तैयार हो जाती है। इसके बाद आप पहले से तैयार खेत में धान की बुआई कर सकते हैं।

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